एक विचित्र सपना
#DreamsAndNightmares
एक सपना बड़ा विचित्र आया,
सामने उसका चित्र आया,,
हृदय की बात मैं उसको कहने को आया,
पर उस तक पहुंच न पाया,,
चलते-चलते धरा धंस गई,
ध्वनि कंठ में फंस गई,,
अचानकआंखें खुली और नींद टूट पड़ी,
आंखों से आंसुओं की धारा फूट पड़ी,,
एक सपना बड़ा विचित्र आया,
सामने उसका चित्र आया,,
हृदय की बात मैं उसको कहने को आया,
पर उस तक पहुंच न पाया,,
चलते-चलते धरा धंस गई,
ध्वनि कंठ में फंस गई,,
अचानकआंखें खुली और नींद टूट पड़ी,
आंखों से आंसुओं की धारा फूट पड़ी,,