....... आया हूँ!
खुद को दफन कर आया हूँ
कफन में संवकर आया हूँ!
ज़िन्दगी आयी थी हिसाब माँगने,
एक किस्सा आज भी पढ़कर आया हूँ!
बड़ी भीड़ लगी थी मेरे पीछे,
जैसे चार...
कफन में संवकर आया हूँ!
ज़िन्दगी आयी थी हिसाब माँगने,
एक किस्सा आज भी पढ़कर आया हूँ!
बड़ी भीड़ लगी थी मेरे पीछे,
जैसे चार...