तुम हो
तुम बहार हो,
मौसम की फुहार हो।
तुम आशियाना हो,
भटके का ठिकाना हो।
तुम खूबसूरत शाम हो,
गर्म दिन के बाद की शीतल शाम हो।
तुम, तुम नही,
मेरा सुकून हो।
तुम अलग नही,
मुझमें तुम हो।
© exclaimer
मौसम की फुहार हो।
तुम आशियाना हो,
भटके का ठिकाना हो।
तुम खूबसूरत शाम हो,
गर्म दिन के बाद की शीतल शाम हो।
तुम, तुम नही,
मेरा सुकून हो।
तुम अलग नही,
मुझमें तुम हो।
© exclaimer