मालिक
हे मेरे प्रीतम, हे मेरे प्राणाधार तेरे समक्ष तो मैं केवल अश्रु बहा सकता हूं, आज फिर तूने मुझे उठाया, आज फिर तूने मुझे नया दिन दिया, तेरी लीला और करुणा अपार है, मेरे मालिक
© ◆Mr Strength
© ◆Mr Strength