मेरा भारत
कल कल बहती नदियां,भाषाओं का संगम भारत है
जहां हिमालय शीश मुकुट,धर्मों का उद्गम भारत है
कृष्ण जहां है,पुरुषोत्तम श्री राम जहां पर रहते हैं
महावीर और बुद्ध,जहां पर अपनी बाते कहतें हैं
जहां कठिनता मे भी जीवन हसके जीना गौरव है
जिसकी साक्षी गंगा यमुना,जिसका द्योतक सौरभ है
जिसका है इतिहास अमर,वो सोहम सोहम भारत है
कल कल बहती नदियां,भाषाओं का संगम भारत है
जहां हिमालय शीश मुकुट,धर्मों का उद्गम भारत है...
जहां हिमालय शीश मुकुट,धर्मों का उद्गम भारत है
कृष्ण जहां है,पुरुषोत्तम श्री राम जहां पर रहते हैं
महावीर और बुद्ध,जहां पर अपनी बाते कहतें हैं
जहां कठिनता मे भी जीवन हसके जीना गौरव है
जिसकी साक्षी गंगा यमुना,जिसका द्योतक सौरभ है
जिसका है इतिहास अमर,वो सोहम सोहम भारत है
कल कल बहती नदियां,भाषाओं का संगम भारत है
जहां हिमालय शीश मुकुट,धर्मों का उद्गम भारत है...