एक छोर
ठहर जाऊ किसी एक किनारे पर,
या बहती चलीं जाऊ,
एक किनारे बैठें सूरज के उगने का इंतज़ार करू,
या सूरज के साथ निकल कर दुनिया घूम आउ,
रातों को चाँद को निहार के बातें करू,
या खुद चाँद की तलाश में निकल जाऊ,
हवाओं की उम्मीद में खुद को समेटें रखूं,
या...
या बहती चलीं जाऊ,
एक किनारे बैठें सूरज के उगने का इंतज़ार करू,
या सूरज के साथ निकल कर दुनिया घूम आउ,
रातों को चाँद को निहार के बातें करू,
या खुद चाँद की तलाश में निकल जाऊ,
हवाओं की उम्मीद में खुद को समेटें रखूं,
या...