लाख हसरतें लिये…..
ना जाने कितने सपने सजाये
लाख हसरतें लिये ,
मिटते रहे हम तेरी “ ऐ इश्क़ “ तेरी
राहों में ,
ख़ुद को मिटाते गये...
लाख हसरतें लिये ,
मिटते रहे हम तेरी “ ऐ इश्क़ “ तेरी
राहों में ,
ख़ुद को मिटाते गये...