अलग सी बातें
वो कहता है वो मुझे बयां नहीं कर सकता!
लेकिन वहीं मुझे पन्नों पे उतारता है।
वो कहता है वो मुझे सवार नहीं सकता!
लेकिन वही मुझे अपने शब्दो से संवारता है।
वो कहता ये मेरी ज़ुल्फ उसे बहोत सताती है!
लेकिन वहीं मेरी ज़ुल्फ से खेलता है।
वो कहता वो मेरी आंखो में कभी आंसू नहीं आने देगा!
लेकिन वहीं हसा हसा के मेरे आंखो में आंसू लाता है।
वो कहता है मेरी पायल बहोत...
लेकिन वहीं मुझे पन्नों पे उतारता है।
वो कहता है वो मुझे सवार नहीं सकता!
लेकिन वही मुझे अपने शब्दो से संवारता है।
वो कहता ये मेरी ज़ुल्फ उसे बहोत सताती है!
लेकिन वहीं मेरी ज़ुल्फ से खेलता है।
वो कहता वो मेरी आंखो में कभी आंसू नहीं आने देगा!
लेकिन वहीं हसा हसा के मेरे आंखो में आंसू लाता है।
वो कहता है मेरी पायल बहोत...