25 views
मोहब्बत भी अजीब है
ये मोहब्बत भी बड़ी अजीब सी है
मिल जाए तो सुकून सी है
ना मिले तो ज़ुनून सी है
जब किसी से हो जाती है तो एक सुरूर सा होता है दूर हो के भी वो शख्स करीब सा होता है
दिल भी नही लगता कहीं अब उसके बिना
किसी की चाह भी नही रहती फिर उसके सिवा
आँखों मे बस फिर उसका ही अक्स रहता है
बात सिर्फ़ मोहब्बत की नही है जनाब
इसमें बहोत दर्द भी रहता है
कभी ऐसा भी होता है की मोहब्बत का साथ छूट जाता है सच बताऊँ तो उस वक़्त वो बहोत टूट जाता है
मिल जाए तो सुकून सी है
ना मिले तो ज़ुनून सी है
जब किसी से हो जाती है तो एक सुरूर सा होता है दूर हो के भी वो शख्स करीब सा होता है
दिल भी नही लगता कहीं अब उसके बिना
किसी की चाह भी नही रहती फिर उसके सिवा
आँखों मे बस फिर उसका ही अक्स रहता है
बात सिर्फ़ मोहब्बत की नही है जनाब
इसमें बहोत दर्द भी रहता है
कभी ऐसा भी होता है की मोहब्बत का साथ छूट जाता है सच बताऊँ तो उस वक़्त वो बहोत टूट जाता है
Related Stories
26 Likes
8
Comments
26 Likes
8
Comments