दीवारों मैं दर्पण हो चला
#खुलीखिड़कियां
आज मैने कहा
कि सब खुला सा हो गया है
जहां संगी साथी मानते अपना
आज वह ख़ुद ही ख़ुद
की खुशियों मैं आग लगा
पर्दा उठा तार तार कर दे रहा है
अपने रिश्तों का............
देख खुली खिड़कियां अपना आंगन
पति पत्नि निज बात विवादों को साझा कर दूसरों को परदेसी बना दिए अपनी हर छन छन भर के पल,
बेटा और बेटी कह की ना करते भेद भाद उन मै औरों को प्रवचन देते...
आज मैने कहा
कि सब खुला सा हो गया है
जहां संगी साथी मानते अपना
आज वह ख़ुद ही ख़ुद
की खुशियों मैं आग लगा
पर्दा उठा तार तार कर दे रहा है
अपने रिश्तों का............
देख खुली खिड़कियां अपना आंगन
पति पत्नि निज बात विवादों को साझा कर दूसरों को परदेसी बना दिए अपनी हर छन छन भर के पल,
बेटा और बेटी कह की ना करते भेद भाद उन मै औरों को प्रवचन देते...