जागरण
अच्छा, अप्रतिम, सुंदर, वाह वाह,
का नही कुछ आवरण चाहिए।।
मुझे अपने काव्य के परिणाम मैं
सुप्त संस्कृति का जागरण चाहिए।।
ना किसी का अभिनंदन ना वंदन,
ना लिफाफे वाला आशीष चाहिए।
मेरी कविता...
का नही कुछ आवरण चाहिए।।
मुझे अपने काव्य के परिणाम मैं
सुप्त संस्कृति का जागरण चाहिए।।
ना किसी का अभिनंदन ना वंदन,
ना लिफाफे वाला आशीष चाहिए।
मेरी कविता...