मैं लिखूं तो क्या लिखूं ....🤔
मैं लिखूं तो क्या लिखूं , और न लिखूं तो क्या ना लिखूं ...
मैं कहाँ लिखूं , कब लिखूं अगर लिख न सकूँ तो क्यू लिखूं ...
मैं लिखूं तो क्या लिखूं , कभी अपनी अल्फ़ाज़ लिखूं या जज्बात लिखूं ...
मैं लिखूं तो क्या लिखूं , मैं इश्क़ लिखूं या दर्द लिखूं , जिंदगी लिखूं या मौत लिखूं, सूरज की रौशनी लिखूं या अंधेरे की चमक लिखूं मैं सुबह उठकर तुझे लिखूं , और रात को जगकर खूदको...
मैं कहाँ लिखूं , कब लिखूं अगर लिख न सकूँ तो क्यू लिखूं ...
मैं लिखूं तो क्या लिखूं , कभी अपनी अल्फ़ाज़ लिखूं या जज्बात लिखूं ...
मैं लिखूं तो क्या लिखूं , मैं इश्क़ लिखूं या दर्द लिखूं , जिंदगी लिखूं या मौत लिखूं, सूरज की रौशनी लिखूं या अंधेरे की चमक लिखूं मैं सुबह उठकर तुझे लिखूं , और रात को जगकर खूदको...