कविता पर कविता
आज लिखूं मैं ऐसी कविता जो
सुर का श्रृंगार बने...
उड़ते मन की आकांक्षा को
रंग-बिरंगे पंख मिले....
शब्दों का ताना-बाना लेकर
कुछ खुशियां तो...
सुर का श्रृंगार बने...
उड़ते मन की आकांक्षा को
रंग-बिरंगे पंख मिले....
शब्दों का ताना-बाना लेकर
कुछ खुशियां तो...