पैगाम.. ✉️
यह आखरी पैगाम समझना !
हर पुराने दर्द का इंतिज़ाम् समझना..
लिखूँगी नहीं कही ज़िक्र भी तेरा, बस हर हर्फ़ अपने नाम समझना !
कोई प्यार भरा खत या, किसी जंग का एलान..
एक मुकमल कहानी का अगाज़...
हर पुराने दर्द का इंतिज़ाम् समझना..
लिखूँगी नहीं कही ज़िक्र भी तेरा, बस हर हर्फ़ अपने नाम समझना !
कोई प्यार भरा खत या, किसी जंग का एलान..
एक मुकमल कहानी का अगाज़...