माँ
माँ मैंने जीवन का सच तुझसे ही जाना है
खुदा तुझे अपना ईश्वर तुझको माना है
तेरा मुझपर ऐहसान बड़ा ही भारी है
बहुत कर चुकी मेरे खातिर
मेरा अब कर्तव्य निभाना बाकी है
मेरी भूख मिटाने को कितना तुमने दर्द सहा
मुस्कान खिला चेहरे पर तेरे
अभी मेरा फ़र्ज़ निभाना बाकी है...
खुदा तुझे अपना ईश्वर तुझको माना है
तेरा मुझपर ऐहसान बड़ा ही भारी है
बहुत कर चुकी मेरे खातिर
मेरा अब कर्तव्य निभाना बाकी है
मेरी भूख मिटाने को कितना तुमने दर्द सहा
मुस्कान खिला चेहरे पर तेरे
अभी मेरा फ़र्ज़ निभाना बाकी है...