तेरे बिन
शाइस्ता ये तामीर आज भी है,
पर, अक्स उसमें तेरा सजा है,
मुद्दतों बाद मिली मुस्कुराहटें,
मेरे दिल का इक तू ही...
पर, अक्स उसमें तेरा सजा है,
मुद्दतों बाद मिली मुस्कुराहटें,
मेरे दिल का इक तू ही...