...

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फूल ने कहा
खिलकर भी कितना सामना करना पड़ा,
माली आया उठाने तब,
फूल ने कहा ।

ले जाओ खुशी से मुजे,
तुजे कहा पता है कि मेरा क्या होना है ।

मंदिर में जाऊ या वरमाला में,
सैनिक जो छुए तो कोई गम नहीं ।

प्रिया की पसंद बनू या प्रेम पत्र मे दब्बू,
"संकेत "की कलम का विषय में मजा हैं ।
फूल ने कहा ।
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