नवरात्रि का आनंद
घट में जलते दीप रूप में,
साथ में होती अम्बा साक्षात,
कहीं गरबे, कहीं धुनुची,
तो कहीं जगराते से सजी रात,
नवरात्रि के आनंद की,
क्या ही करनी बात।
सबके अपने हैं विधि विधान,
सारे देश में भक्ति भाव है एक...
साथ में होती अम्बा साक्षात,
कहीं गरबे, कहीं धुनुची,
तो कहीं जगराते से सजी रात,
नवरात्रि के आनंद की,
क्या ही करनी बात।
सबके अपने हैं विधि विधान,
सारे देश में भक्ति भाव है एक...