तुम मिलो तो तुम्हें ये बतलाऊंगी!
#WritcoPoemPrompt59
तुम मिलो तो तुम्हे ये बतलाऊंगी!
आखि़र कब तक तुमसे ये छुपाऊँगी |
तुम्हारी नज़र को अपना आईना बनाऊंगी
तुमसे मिलके अपना हर दर्द तुम्हे बताउंगी|
नहीं देख सकी मै किसी और का नाम तुम्हारे साथ,
अपनी हर घुटन तुमको बताऊंगी,
आखिर किस हद तक तुमसे ये छुपाऊँगी |...
तुम मिलो तो तुम्हे ये बतलाऊंगी!
आखि़र कब तक तुमसे ये छुपाऊँगी |
तुम्हारी नज़र को अपना आईना बनाऊंगी
तुमसे मिलके अपना हर दर्द तुम्हे बताउंगी|
नहीं देख सकी मै किसी और का नाम तुम्हारे साथ,
अपनी हर घुटन तुमको बताऊंगी,
आखिर किस हद तक तुमसे ये छुपाऊँगी |...