raat
मैं रातों में सोई नहीं
सोए सोए मैं रोई नहीं
नहीं लिख रही मौत की खबर
नाही कर रही इतिज़ार
सोए सोए मैं खोई यही
रात मैं चाँद नहीं फिर भी
रोशन अस्मा हैं
काली हो रात, तो क्या
दिन तो होना ही हैं ।
अरे छोटे तो तारे भी होते हैं
पर फिर भी रंगो से आसमान भर देते हैं
सोए सोए मैं रोई नहीं
नहीं लिख रही मौत की खबर
नाही कर रही इतिज़ार
सोए सोए मैं खोई यही
रात मैं चाँद नहीं फिर भी
रोशन अस्मा हैं
काली हो रात, तो क्या
दिन तो होना ही हैं ।
अरे छोटे तो तारे भी होते हैं
पर फिर भी रंगो से आसमान भर देते हैं