...

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उस बादल के पार
जांना वो देख, उस बादल के पार एक छोटा गांव है,
तू उस कच्ची सड़क से जायेगी तो सच में बहार पीछे पीछे आयेगी।

वहा एक पुराना जर्जर मकान है,
तू अगर सजाएगी तो सच में घर बनाएगी।

कुछ उदास कलिया है बगीचो में,
तू उन्हें सहलाएगी तो सच में फूल खिलाएगी।

कुछ सूखे फूल है उन गमलों में,
तू अगर मुस्कुरागी तो सच में खुश्बू आयेगी ।

कुछ सालो से सदमे में है पंछी वहा के,
तू अगर उनको बुलाएगी तो सच में चिड़िया गीत गायेगी।

कुछ सालो से तन्हा बूढ़े पेड़ है खड़े,
तू अगर झूला लगाएगी तो सच मैं दुआए पाएगी।
© Bunty Dholpuria
#Love&love #Love&love💞