रात
रात चुपके से आई
संग तेरी यादों की बाहर लाई
वीरान सी जिंदगी में
खुशियों की बरसात सी हो गई
कुछ ख़ट्ठी कुछ मीठी सी तन्हा
जिंदगी को लगा जैसे मिल रही हो रिहाई
संग तेरी यादों की बाहर लाई
वीरान सी जिंदगी में
खुशियों की बरसात सी हो गई
कुछ ख़ट्ठी कुछ मीठी सी तन्हा
जिंदगी को लगा जैसे मिल रही हो रिहाई
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