@#आखिर कौन है नारी ......?
अक्सर मन में सवाल उठता है , आखिर कौन है नारी ,
जो अपना दर्द भूल कर दूसरों का दर्द महशुस करे वह है नारी
जिसने प्यार शब्द को जन्म दिया , वह है नारी
जो शादी के बाद दूसरे घर जाकर सबको अपना माने , वह है नारी
जो खुद के खाने कि फिक्र ना करे , और सबका पेट भरे वह है नारी
इसे अब्ला ना समझो , क्योंकि...
जो अपना दर्द भूल कर दूसरों का दर्द महशुस करे वह है नारी
जिसने प्यार शब्द को जन्म दिया , वह है नारी
जो शादी के बाद दूसरे घर जाकर सबको अपना माने , वह है नारी
जो खुद के खाने कि फिक्र ना करे , और सबका पेट भरे वह है नारी
इसे अब्ला ना समझो , क्योंकि...