#writco #love
बारिश छम-छम हो रही थी
तुम साथ ना थे मेरे
कोट भी साथ लाया
तुम उसे ना पहने हुए थे
छतरी भी साथ मैं लाया
ताकि कोई ना देखे तुम्हें
बारिश ने भिगाया
हम तुममें भीगना चाहते
अब सब थम गया
जैसे मेरी सांस रूक गई
फिर भी तुम न आये
क्यों फिर भी तुम ना आये
© Utsav Gupta (Mona)
तुम साथ ना थे मेरे
कोट भी साथ लाया
तुम उसे ना पहने हुए थे
छतरी भी साथ मैं लाया
ताकि कोई ना देखे तुम्हें
बारिश ने भिगाया
हम तुममें भीगना चाहते
अब सब थम गया
जैसे मेरी सांस रूक गई
फिर भी तुम न आये
क्यों फिर भी तुम ना आये
© Utsav Gupta (Mona)