गुल्लक
आज वही पुरानी यादें ले के
खुशियों का पिटारा खोला है
हर घर में रहती है खुशियाँ
एक ख्वाब का गुल्लक तोडा है
थोड़े थोड़े कर के...
खुशियों का पिटारा खोला है
हर घर में रहती है खुशियाँ
एक ख्वाब का गुल्लक तोडा है
थोड़े थोड़े कर के...