हाँ मैं अब भी, वहीं छोटा सा मकान रखता हूँ !!
हाँ मैं अब भी, वहीं छोटा सा मकान रखता हूँ,
और वही नुक्कड़ वाली दुकान की पहचान रखता हूँ!
मेरी तरक्की, चेहरे की सिलवटों में हुई है बस,
खुद की रसोई में फीका...
और वही नुक्कड़ वाली दुकान की पहचान रखता हूँ!
मेरी तरक्की, चेहरे की सिलवटों में हुई है बस,
खुद की रसोई में फीका...