तेरे क़दमों की धूल
तुम्हें अपना समझा क्या ये भूल थी ।
मोहब्बत न मेरे क्या अनुकूल थी ।।
जिसे मैंने ...
मोहब्बत न मेरे क्या अनुकूल थी ।।
जिसे मैंने ...