प्रतिक्षा
#प्रतिक्षा
"स्थिर तन चंचल मन,
अडिग प्रतिक्षा की लगन,
शम्भू जैसे पाने को गौरी का संग,
मन में प्रेम की आग है,
और होंठों पर अनुराग,
फलगुं मद मस्त ये कह...
"स्थिर तन चंचल मन,
अडिग प्रतिक्षा की लगन,
शम्भू जैसे पाने को गौरी का संग,
मन में प्रेम की आग है,
और होंठों पर अनुराग,
फलगुं मद मस्त ये कह...