बहुत है।।
हमारे घर के बाहर कतारे बहुत है। खुबसुरत से यहाँ नजारे बहुत है ।।
दस्तके बहुत है पर करे क्या,
जब दरो दिल है बन्द ।
अभी गरदिश मे तारे बहुत है ।
ठिठुरे ठंड में फिर भी हो इंतेजार।
ठहरने वाले कम,...
दस्तके बहुत है पर करे क्या,
जब दरो दिल है बन्द ।
अभी गरदिश मे तारे बहुत है ।
ठिठुरे ठंड में फिर भी हो इंतेजार।
ठहरने वाले कम,...