"कन्धों पर सितारे…"
देख कर मुझे जमाना भी कितना जलेगा,
जिस दिन इन कन्धों पर सितारा चमकेगा।
इतना आसान नहीं ये सितारे पाना,मिलेंगे
तभी जब अनेकों दर्द तू सहेगा…।
आग में जलना होगा, धूप में तपना होगा,
सर्द रातों को ठिठुरना होगा, यों ही नहीं...
जिस दिन इन कन्धों पर सितारा चमकेगा।
इतना आसान नहीं ये सितारे पाना,मिलेंगे
तभी जब अनेकों दर्द तू सहेगा…।
आग में जलना होगा, धूप में तपना होगा,
सर्द रातों को ठिठुरना होगा, यों ही नहीं...