...

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#कोरोना से युद्ध
अंधकार हटेगा ,अंधकार छटेगा
मैं स्वयं प्रज्वलित होकर वो दीप बनूँगा
निराशा हटेगी, हताशा हटेगी
मैं स्वयं प्रज्वलित होकर वो दीप बनूँगा

होगा अब आशा का संचार,
हट जाएंगे अब सब मन विकार
नवयुग प्रभात का मैं वो सूर्य बनूँगा
मैं स्वयं प्रज्वलित होकर वो दीप बनूँगा।

करने चला हूँ अंधकार पर प्रहार,
दुःखरूपी निराशा मान लेगी अपनी हार
सुख और आशा का आगमन होगा सहर्ष स्वीकार
मैं स्वयं प्रज्वलित होकर वो दीप बनूँगा।

रोग भ्रम होंगे अब चूर-चूर
परिवार -सम्बन्ध न होगा अब कोई दूर
निराशा हटेगी ,हताशा हटेगी
मैं स्वयं प्रज्वलित होकर वो दीप बनूँगा।