Koshish
रूका हु ,पर थका नही हु
थमा हु, पर टुटा नही हु
मानता हु हारा हु,पर फीर भी हारा नही हु।।।।
अभी भी उम्मीददो कि रोशनी से,
सपनो का घर जलाऐ रखा है,
बस मेहनत की ईटो से,
उसकी निव बिछा...
थमा हु, पर टुटा नही हु
मानता हु हारा हु,पर फीर भी हारा नही हु।।।।
अभी भी उम्मीददो कि रोशनी से,
सपनो का घर जलाऐ रखा है,
बस मेहनत की ईटो से,
उसकी निव बिछा...