हक़ (The Truth
हक़ (The Truth)
ना जाने क्यों हक़ीक़त से लोग अपना मुहं छुपाते है,
सच्चाई से जीने वालो को जेलों का डर दिखाते है।
जब भी किसी ने अपनी आवाज़ को बुलंद किया है,
सिपाही बदन पे उनके लाठियां जमके बरसाते है।
कोई...
ना जाने क्यों हक़ीक़त से लोग अपना मुहं छुपाते है,
सच्चाई से जीने वालो को जेलों का डर दिखाते है।
जब भी किसी ने अपनी आवाज़ को बुलंद किया है,
सिपाही बदन पे उनके लाठियां जमके बरसाते है।
कोई...