हो रही लड़कियां शिकार बढ़ रहा बलात्कार।
हो रहा है लड़कियों का जीवन दुश्वार,
क्योंकि हो रही है,
वह हर दिन रेप का शिकार।
यूं तो हर घंटे उनके साथ हैवानियत हो रही हैै,
और
सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठ हुई है।
ना तो उस निर्दोषी को इंसाफ दिला रही है,
और
ना ही उसे दोषी को सजा सुना रही है।
यूं तो अपने आप को मर्द कहने पर बहुत इतराते हो,
और
फिर खुद ही हैवानियत दिखाकर नामर्द बन जाते हो।
अपनी हवस मिटाने को लड़कियों को बक्श नहीं रहे हो ,
और
जब उनके साथ हैवानियत हो जाती है ,
तो फिर उन्हें जीने नहीं दे रहे हो।
अरे!क्या बच्ची हो या जवान?
हर किसी के साथ हैवानियत दिखा रहे हो।
हर समय हर पल,
तुम हर लड़की से उसकी इज्जत छीन रहे हो,
कर रहे तुम उसकी इज्जत नीलाम बाजारों में,
और
सोच रहे हो अपने को मर्द की दिखाई,
मैंने अपनी मर्दानी एक औरत पर।
बन रहे तुम पाप के भागीदार हो,
अरे! मत करो बलात्कार,
वरना हो जाओगे,
तुम नर्क के शिकार।
© Dolphin 🐬 (Prachi Goyal)
क्योंकि हो रही है,
वह हर दिन रेप का शिकार।
यूं तो हर घंटे उनके साथ हैवानियत हो रही हैै,
और
सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठ हुई है।
ना तो उस निर्दोषी को इंसाफ दिला रही है,
और
ना ही उसे दोषी को सजा सुना रही है।
यूं तो अपने आप को मर्द कहने पर बहुत इतराते हो,
और
फिर खुद ही हैवानियत दिखाकर नामर्द बन जाते हो।
अपनी हवस मिटाने को लड़कियों को बक्श नहीं रहे हो ,
और
जब उनके साथ हैवानियत हो जाती है ,
तो फिर उन्हें जीने नहीं दे रहे हो।
अरे!क्या बच्ची हो या जवान?
हर किसी के साथ हैवानियत दिखा रहे हो।
हर समय हर पल,
तुम हर लड़की से उसकी इज्जत छीन रहे हो,
कर रहे तुम उसकी इज्जत नीलाम बाजारों में,
और
सोच रहे हो अपने को मर्द की दिखाई,
मैंने अपनी मर्दानी एक औरत पर।
बन रहे तुम पाप के भागीदार हो,
अरे! मत करो बलात्कार,
वरना हो जाओगे,
तुम नर्क के शिकार।
© Dolphin 🐬 (Prachi Goyal)