झरनों जैसे...
झरनों जैसे बदलते हमारे रास्ते,
पल पल मय जैसे बनते नये इरादे...
अढिग हो लक्ष्य जैसे अचल पर्वतें,
हर क्षण बीते...
पल पल मय जैसे बनते नये इरादे...
अढिग हो लक्ष्य जैसे अचल पर्वतें,
हर क्षण बीते...