अंतर्मन
अंतर्मन की पीड़ा को ,
क्यों किसी को दिखायें?
सबके आगे कहकर दुःख अपने
क्यूँ अपना उपहास करवायें !
दिल के ज़ख्म उसी को दिखाते
जो अपना सा लागे
मन दुखता जब वो ही
चटखारे लगाकर,दूसरों को बताए !
किसको ढूँढे...
क्यों किसी को दिखायें?
सबके आगे कहकर दुःख अपने
क्यूँ अपना उपहास करवायें !
दिल के ज़ख्म उसी को दिखाते
जो अपना सा लागे
मन दुखता जब वो ही
चटखारे लगाकर,दूसरों को बताए !
किसको ढूँढे...