मैं लौट कर आऊंगा - A letter from a Soldier to his Wife
मैं लौट कर आऊंगा ,
देर हो भले पर मैं लौट कर आऊंगा ,
ये इंतज़ार तुम्हारा ही नहीं ,मेरा भी है ,
थोड़ी देर ही सही पर मैं लौट कर आऊंगा ,
सपने जो तुम्हारे वोह सपने मेरे भी हैं ,
उन सपनो को पूरा करने मैं लौट कर आऊंगा ,
जिस रास्ते से घर से निकला था मैं ,उसी रास्ते से लौट कर आऊंगा ,
देर हो भले पर मैं लौट कर आऊंगा ,
जितना विश्वास मेरे घर आने का तुमको है
उतना विश्वास मुझे भी है ,
काँधे मे बैग को टांगे
या तिरंगे में लिपट कर ,
पर मैं ज़रूर आऊंगा
मैं घर आऊंगा ।
© Shweta k Thapliyal
देर हो भले पर मैं लौट कर आऊंगा ,
ये इंतज़ार तुम्हारा ही नहीं ,मेरा भी है ,
थोड़ी देर ही सही पर मैं लौट कर आऊंगा ,
सपने जो तुम्हारे वोह सपने मेरे भी हैं ,
उन सपनो को पूरा करने मैं लौट कर आऊंगा ,
जिस रास्ते से घर से निकला था मैं ,उसी रास्ते से लौट कर आऊंगा ,
देर हो भले पर मैं लौट कर आऊंगा ,
जितना विश्वास मेरे घर आने का तुमको है
उतना विश्वास मुझे भी है ,
काँधे मे बैग को टांगे
या तिरंगे में लिपट कर ,
पर मैं ज़रूर आऊंगा
मैं घर आऊंगा ।
© Shweta k Thapliyal