कायनात इश्क़ की ...
कहते हैं की तन्हाई है सौगात इश्क की
तोहफा है आंसुओ की ये बरसात इश्क की
सबसे जुदा है इसके सितम इसके हर एक गम
यूँ ही नहीं अलग है हर एक बात इश्क की....
इसमें वफ़ा का नूर है तो बेवफाई भी
इसमें मिलन की है ख़ुशी इसमें जुदाई भी
जज़्बात और एहसास ही है...
तोहफा है आंसुओ की ये बरसात इश्क की
सबसे जुदा है इसके सितम इसके हर एक गम
यूँ ही नहीं अलग है हर एक बात इश्क की....
इसमें वफ़ा का नूर है तो बेवफाई भी
इसमें मिलन की है ख़ुशी इसमें जुदाई भी
जज़्बात और एहसास ही है...