तब युद्ध ज़रुरी होता है
जब निरपराध निर्दोषों पर, पैशाचिक आक्रमण, होता है
मानवता की रक्षा हेतु, तब युद्ध ज़रूरी होता है।
जब सडकों पर, हैवानियत का, क्रूर प्रदर्शन होता है
उसका प्रतिउत्तर देने को, तब युद्ध ज़रूरी होता है।
जब धर्म के नाम पर, वहशीपन का, नंगा...
मानवता की रक्षा हेतु, तब युद्ध ज़रूरी होता है।
जब सडकों पर, हैवानियत का, क्रूर प्रदर्शन होता है
उसका प्रतिउत्तर देने को, तब युद्ध ज़रूरी होता है।
जब धर्म के नाम पर, वहशीपन का, नंगा...