मुझे थोड़ा दूर जाना है...
हमें भी तेज चलना है, अगर मंजिल को पाना है।
नज़ारे राह के छूटे, रूठा जमाना है।
ठहर कर देखता में भी राह के इन नजारों को
समझाऊ किस किस को कैसे मैं,
मुझे थोड़ा दूर जाना है।
आवाज़ दे रहे है सब, हवाएं याद करती है
मेरी यादों में मंजिल है, हवा परेशान करती है
है मेरी राह में कई घर, वो कहे आराम तुम कर लो
थोड़ा सुस्तालो रात भर तुम, फिर सुबह राह को चल दो
कैसे बताऊं घर - घर को मैं, समय का ताना- बाना है
समझाऊ किस किस को कैसे मैं,
मुझे थोड़ा दूर जाना है।
एक लंबा...
नज़ारे राह के छूटे, रूठा जमाना है।
ठहर कर देखता में भी राह के इन नजारों को
समझाऊ किस किस को कैसे मैं,
मुझे थोड़ा दूर जाना है।
आवाज़ दे रहे है सब, हवाएं याद करती है
मेरी यादों में मंजिल है, हवा परेशान करती है
है मेरी राह में कई घर, वो कहे आराम तुम कर लो
थोड़ा सुस्तालो रात भर तुम, फिर सुबह राह को चल दो
कैसे बताऊं घर - घर को मैं, समय का ताना- बाना है
समझाऊ किस किस को कैसे मैं,
मुझे थोड़ा दूर जाना है।
एक लंबा...