आजादी अपने होने से
वो एक छुट्टी को तरस जाती हैं
उस के हिस्से घर और बाहर की जिम्मेदारी आती हैं
वो हर रिश्ता खूबसूरती से निभाती है
सब को खुश करते करते वो खुद को भूल जाती हैं....
वो जिसे कहते है तुम करती ही क्या हो
वो अपने लिये जीना ही भूल जाती हैं
हम औरतों के हिस्से मैं कहां छुट्टी आती हैं
© amy_s
उस के हिस्से घर और बाहर की जिम्मेदारी आती हैं
वो हर रिश्ता खूबसूरती से निभाती है
सब को खुश करते करते वो खुद को भूल जाती हैं....
वो जिसे कहते है तुम करती ही क्या हो
वो अपने लिये जीना ही भूल जाती हैं
हम औरतों के हिस्से मैं कहां छुट्टी आती हैं
© amy_s