काश......!!!!!!
काश तुम समझ पाते...मेरा प्यार तुम्हारे लिए दिखावा नहीं ।
एक कसक सी उठती है तेरे साथ के लिए ,
तू इतना भी अनपढ़ नहीं ,जो पढ़ नहीं सकता
मेरे आंखों के आंसुओं को देख नहीं सकता ।
काश तुम समझ पाते...हर मोहब्बत शरीर से नहीं होती ।
रूह से जुड़े एहसास को समझाना आसान नहीं।
तेरे लिए मन बिन पानी मछली की तरह छटपटाता है ,
इतना प्यार तो तुमने भी किसी में देखा नहीं।
काश तुम समझ पाते...जिंदगी एक बार मिलती है,
इसे यूं गंवाना नहीं।
एक साथ की चाहत है , दिखावे का जमाना है।
खुशियां बांटने से बढ़ती है ,प्रेम सुख की सुंदर अभिव्यक्ति है
तुम बिन अधूरे हैं , गले लगा लो इतना ही तो कहना है...
एक कसक सी उठती है तेरे साथ के लिए ,
तू इतना भी अनपढ़ नहीं ,जो पढ़ नहीं सकता
मेरे आंखों के आंसुओं को देख नहीं सकता ।
काश तुम समझ पाते...हर मोहब्बत शरीर से नहीं होती ।
रूह से जुड़े एहसास को समझाना आसान नहीं।
तेरे लिए मन बिन पानी मछली की तरह छटपटाता है ,
इतना प्यार तो तुमने भी किसी में देखा नहीं।
काश तुम समझ पाते...जिंदगी एक बार मिलती है,
इसे यूं गंवाना नहीं।
एक साथ की चाहत है , दिखावे का जमाना है।
खुशियां बांटने से बढ़ती है ,प्रेम सुख की सुंदर अभिव्यक्ति है
तुम बिन अधूरे हैं , गले लगा लो इतना ही तो कहना है...