जज़्बात
जिनसे दिन शुरू होता था, रात ख़त्म होती थी।
आज वो व्यस्त बहुत है।
Chat करने की कहूँ तो पसंद नहीं है,
call की कहूँ तो वक्त नहीं है,
क्या इश्क़ में उनका ये क़ानून सख़्त...
आज वो व्यस्त बहुत है।
Chat करने की कहूँ तो पसंद नहीं है,
call की कहूँ तो वक्त नहीं है,
क्या इश्क़ में उनका ये क़ानून सख़्त...