आदत.....
न कर मुझ को मुहब्बत के दायरों में कैद बिखर जाऊंगा.!
मुझे आदत है पंछियों माफिक खुले आसमां में जीने की.!!
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मुझे आदत है पंछियों माफिक खुले आसमां में जीने की.!!
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