आज वो है।
वक्त बीत गया,
वो लम्हा चूट गया,
पर दिल में जो
ख्वाहिश था वो
पल पल बड़ता गया।।
सदिया बीत गए
पर वो लम्हा लौटा नहीं
बस अब और इंतज़ार
होता नहीं मुझसे ।।
सोचता हूं आज मै
क्या कोई कमी रेह गया
मेरे ओर से ,क्या कोई
कमी रह गया...
वो लम्हा चूट गया,
पर दिल में जो
ख्वाहिश था वो
पल पल बड़ता गया।।
सदिया बीत गए
पर वो लम्हा लौटा नहीं
बस अब और इंतज़ार
होता नहीं मुझसे ।।
सोचता हूं आज मै
क्या कोई कमी रेह गया
मेरे ओर से ,क्या कोई
कमी रह गया...