...

7 views

तेरी तड़प
#लालसा_की_प्रतिध्वनि मेरी तड़प by lotus

मौत पर मेरी कुछ ऐसा होगा इंतज़ाम
आशिको का जलसा जनाजा सजाएगा...!!!

मेरी तड़प उसी मे थी
जहां तेरी यादें थी
ढूंढा तूझे हर जगह
लेकीन तू मेरे दिल में थी..!!!

मेरी तड़प अधूरी रही
तेरे सीने में मोहब्बत नही रही
तू मेरे प्यार का सहारा नहीं हों
तेरे सीने में मेरे लिए तड़प नही रही...!!!

मेरे दिल में उसके लिए तड़प उठ रही थी
जिसके सीने में मोहब्बत नही थी
मेरी चाहत ही कुछ ऐसी थी
उसे मेरी तड़प नहि दिखी थी...!!!

ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है
एक बार लगी
समझाने पर भी नहीं समझी
ये तड़प भी क्या चीज़ है
एक बार शुरू
नही ख़त्म होने की चीज़ थी...!!!

तड़प न होती
मोहब्बत न होती
नाराज़ हों जाता हूं
अगर ये मोहब्बत न होती
जितना तुम खयालों में आते हों
तेरी मौजूदगी मेरे सामने न होती
हस कर जलाने वाले
ऐसी दुनियां मेरी न होती...!!!

मेरी तड़प
गलत लोगों से उम्मीद कर बैठी
दिल तोड़कर एक कोने में बैठी
अब पछताने से क्या होगी
जब उसने मेरी मोहब्बत ही नहीं समझी...!!!

प्रेम अपना अपना
लेकीन राग अलग अलग
तर्क नया
सवाल नया
अब शर्त है प्रेम की
दिल मे है या दिमाग़ में
स्वाद में या करुणा मे
तुम्हे गला काटने मे भी शर्म नहीं लगती हैं...!!!
© lotus