पिंकू
ना जाने मन क्यों मेरा फिर मचल उठा ?
तुम्हारी चाहतों में संवर उठा।
याद आयी फिर बीते जमाने की बातें तुम्हारी,
आंखों...
तुम्हारी चाहतों में संवर उठा।
याद आयी फिर बीते जमाने की बातें तुम्हारी,
आंखों...