कुछ तो समझा करो__
तुम्हारी यूं चुप सी निगाहें,
कई राज के जाती हैं,
दिल में छुपी कई
अल्फ़ाज़ सी कह जाती हैं,
तुम लाख दर्दों को दफनाए हो,
अपने सीने में,
ऐसा एहसास सी दे जाती हैं,
तुम्हारी खामोश सी बातों को
पढ़ने की कोशिश करती हूं मैं,
जो ना पढ़ सकूं,
तो उनमें खुद को पिरोने की
कोशिश करती हूं मैं,
तेरे हर...
कई राज के जाती हैं,
दिल में छुपी कई
अल्फ़ाज़ सी कह जाती हैं,
तुम लाख दर्दों को दफनाए हो,
अपने सीने में,
ऐसा एहसास सी दे जाती हैं,
तुम्हारी खामोश सी बातों को
पढ़ने की कोशिश करती हूं मैं,
जो ना पढ़ सकूं,
तो उनमें खुद को पिरोने की
कोशिश करती हूं मैं,
तेरे हर...