...

14 views

कमबख्त आदतें
कुछ बातें अधूरी रह जाती है
कुछ उम्मीदें टूट जाती है
वो बेबाकी से कहने की आदत
और सब कुछ कह देने की राहत
सब कुछ एक दिन छूट जाती है

रात होते ही मैसेज करने की
दिन भर की बातें कहने की
वो सारी बकवास सुनने की बेताबी
और खूब सारी बकवास सुनाने की
ऐसी सारी बातें पीछे छूट जाती है

अकेले रह जाओगे तुम भी
खुद की आदत डाल लो
कोई साथ ना ही दे
ये एक आदत पाल लो
तुम खुद के लिए काफी हो
तुम सम्पूर्ण हो अकेले ही
कोई साथ ढूंढोगे तो
धोखा भरोसा तो लगा रहेगा
अच्छा है की
इन सब से ऊपर खुद को मान लो



© टूटा हुआ ख़्वाब