उठो लाल
उठो लाल ! अब आँखें खोलो, पानी लाई हूँ, मुँह धो लो। बीती रात, कमल दल फूले, उनके ऊपर भँवरे झूले।
चिड़ियाँ चहक उठीं...
चिड़ियाँ चहक उठीं...